Friday, March 6, 2009

kabhi aati hai khamoshi
se chupkay se
sargoshi se
andheri raat main
bheegi barsaat main
kabhi weeranay main
kabhi anjanay main
kabhi mehfil main
kabhi tanhai main
kya khabar kyn aati hai
yeh waqt ke
kis wajah se kis ke liye
kis ki khatir
kis ke liyey
kya batanay
yeh kya hai
ek ehsaas hai
ek piyas hai
phir bhi acchi lagti hai
anjani si
baygani si
pehchani si
ek khoobsurat yaad


दोस्ती दुनिया की वो ख़ुशी है,
जिसकी ज़रूरत हर किसी को हुई है,
गुजार के देखो कभी अकेले ज़िन्दगी,
फिर खुद जान जाओगे के दोस्ती के बिना ज़िन्दगी भी अधूरी है.
 कीसी का दिल तोड़ना हमारी आदत नहीं
कीसी का दिल दुखाना हमारी फितरत में नहीं
भरोसा रखना हम पर तुम
दोस्त कह कर कीसी को यूँ ,हम बदलते नहीं
 हर ख़ुशी दिल के करीब नहीं होती,
ज़िन्दगी गमो से दूर नहीं होती,
ये दोस्त मेरी दोस्ती को संभल कर रक,
सच्ची दोस्ती हर किसी को नसीब नहीं होती.
 तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएंगे तुम रोज़ खफा होना
हम रोज़ मनायेंगे पर मान जाना मनाने से
वरना यह भीगी पलकें ले के कहा जायेंगे.
 इतना प्यार पाया है आप से..
उस से ज्यादा पाने को जी चाहता है.
नजाने वो कौन सी खूबी है आप में.
की आप से दोस्ती निभाने को जी चाहता है...
दोस्ती नाम नहीं सिर्फ़ दोस्तों के साथ रेहने का..
बल्की दोस्त ही जिन्दगी बन जाते हैं, दोस्ती में..
जरुरत नहीं पडती, दोस्तों की तस्वीर की.
देखो जो आईना तो दोस्त नज़र आते हैं, दोस्ती में..
येह तो बहाना है कि मिल नहीं पाये दोस्तों से आज..
दिल पे हाथ रखते ही एहसास उनके हो जाते हैं, दोस्ती में..
नाम की तो जरूरत ही नहीं पडती इस रिश्ते मे कभी..
पूछे नाम अपना ओर, दोस्तॊं का बताते हैं, दोस्ती में..
कौन केहता है कि दोस्त हो सकते हैं जुदा कभी..
दूर रेह्कर भी दोस्त, बिल्कुल करीब नज़र आते हैं, दोस्ती में..
सिर्फ़ भ्रम है कि दोस्त होते हैं अलग-अलग..
दर्द हो इनको ओर, आंसू उनके आते हैं , दोस्ती में..
ओर एक ही दवा है गम की दुनिया में क्युकि..
भूल के सारे गम, दोस्तों के साथ मुस्कुराते हैं, दोस्ती में